नमस्कार दोस्तों आज इस पोस्ट में आपका स्वागत है। आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं। महत्वपूर्ण प्रश्न जिनसे आपकी 25 नंबर की OT पक्की हो जाएगी।

1. एक आयनिक यौगिक में ‘A’ ion इकाई सेल के घन के कोणों पर है तथा ‘B’ion फलकों के केन्द्रों पर है, इस यौगिक का सरलतम सूत्र होगा।
(A) AB
(B) A2B
(C) AB3
(D) A3B
2. निम्नलिखित में कौन प्रतिचुंबकीय है ?
(A) Cr3+
(B) V2+
(C) Sc3+
(D) Ti3+
3. निम्नलिखित में से बेरवादार ठोस कौन-सा है ?
(A) हीरा
(B) ग्रेफाइट
(C) सामान्य लवण
(D) ग्लास
4. एक धातु जिसकी बनावट हेक्सागोनल क्लोज पैक्ड आकृति है उसकी समन्वयन संख्या होती है?
(A) 6
(B) 12
(C) 8
(D) 4
5. घनाकार क्रिस्टल में ब्रेबेस जालकों की संख्या होती है –
(A) 3
(B) 1
(C) 4
(D) 14
6. सदृश परमाणु वाले एक फलक केन्द्रित घनाकार इकाई सेल में चतुष्फलक रिक्तियों की संख्या है –
(A) 8
(B) 4
(C) 6
(C) 6
(D) 12
Ans.-(A)
7. निम्नलिखित में कौन-सा गुण क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ का नहीं है ?
(A) विभिन्न दिशाओं में समान गुण
(B) सुस्पष्ट द्रवणांक मा.
(C) निश्चित ज्यामितीय आकृति
(D) उच्च अंतराण्विक बल
8. उस आयनिक यौगिक की चतुष्फलकीय आकृति होती है जिसमें r+/r – का मान निम्नलिखित में किसके बराबर होता है ?
(A) 0.414 से 0.732
(B) 0.732 से 1.00
(C) 0.155 से 0.225
(D) 0.225 से 0.414
9. फलक केन्द्रित इकाई सेल में चतुष्फलकीय रिक्तियों की कुल संख्या होती है –
(A) 6
(B) 8
(C) 10
(D) 12
10. धनायन अन्तराकाश स्थान में उपस्थित हो जाते हैं –
(A) फ्रेंकेल दोष
(B) शॉटकी दोष
(C) रिक्तिका दोष
(D) धातु न्यूनता दोष
10. धनायन अन्तराकाश स्थान में उपस्थित हो जाते हैं –
(A) फ्रेंकेल दोष
(B) शॉटकी दोष
(C) रिक्तिका दोष
(D) धातु न्यूनता दोष
11. शॉट्की दोष (Schottky defect) पाया जाता है –
(A) NaCl
(B) KCl
(C) CSCl
(D) इनमें से सभी में
12. पारा (Mercury) का प्रतिरोध (resistance) शून्य हो जाता है –
(A) 4k पर
(B) 10k पर
(C) 20k पर
(D) 25k पर
13. BCC संरचना में केन्द्र में अवस्थित परमाणु निम्न यूनिट सेल से साझा करता है।
(A) 1 यूनिट सेल
(B) 4 यूनिट सेल
(C) 3 यूनिट सेल
(D) 2 यूनिट सेल
14. सोलर सेल में उपयोग किए जाने वाले पदार्थ में होता है –
(A) Cs
(B) Si
(C) Sn
(D) Ti
15. कैलसियम फ्लोराइड (CaF2) के संरचना में धनायन तथा ऋणायन का कोआर्डिनेशन संख्या (Coordination number) क्रमशः होता है।
(A) 6 तथा 6
(B) 8 तथा 4
(C) 4 और 4
(D) 4 और 8
1. निम्नलिखित में कौन अणु संख्य गुण नहीं है।
(A) परासरण दाब
(B) क्वथनांक का उन्नयन
(C) वाष्प दाब
(D) हिमांक का अवनमन
2. एक घोल जिसमें 6g यूरिया 90g जल में उपस्थित है, उसका वाष्प दो जवनमन निम्नलिखित में किस के बराबर है ?
(A) 0.02
(B) 0.04
(C) 0.60
(D) 0.03
3. कुहासा कोलॉइडी विलयन में
(A) द्रव कण गैस में परिक्षिप्त रहते हैं।
(B) गैसीय कण द्रव में परिक्षिप्त रहते हैं।
(C) ठोस कण द्रव में परिक्षिप्त रहते हैं।
(D) ठोस कण गैस में परिक्षिप्त रहते हैं।
4. निम्नलिखित में कौन-सा जोड़ा आदर्श घोल का निर्माण नहीं करता है
(A) C6H6 और CCI4
(B) C6H5 और C6H5CH3
(C) C6H5Br और C2H5I
(D) (CH3)2CO और CCI4
5. निम्नलिखित में कौन अर्द्ध पारगम्य झिल्ली से निकल पाते हैं? पर
(A) विलायक के अणु
(B) विलेय के अणु
(C) जटिल आयन
(D) सरल आयन
6. 234.2 ग्राम चीनी के घोल में 34.2 ग्राम चीनी है, घोल का मोलल सान्द्रण क्या होगा?
(A) 0.1
(B) 0.5
(C) 5.5
(D) 55.0
7. निम्नलिखित में किसका हिमांक अवनमन अधिकतम होगा?
(A) K2SO4
(B) NaCl
(C) Urea
(D) Glucose
1. अपने विधुत रासायनिक समतुल्यांक के बराबर मात्रा जमा करने के लिए कितनी विधुत धारा 0.25 सेकेण्ड तक प्रवाहित करनी होगी ?
(A) 1 A
(B) 4 A
(C) 5 A
(D) 100 A
2. विशिष्ट चालकता की इकाई होती है
(A) Ohm cm-1
(B) Ohm cm-2
(C) Ohm-1cm-1
(D) Ohm-1cm-2
3. किसी पदार्थ की अभिक्रिया की दर निम्नलिखित में किस पर निर्भर करता है।
(A) परमाणु द्रव्यमान
(B) समतुल्य द्रव्यमान
(C) अणु द्रव्यमान
(D) सक्रिय मात्रामा
ठोस अवस्था NCERT पाठ्यनिहित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
ठोस कठोर क्यों होते हैं ?
उत्तर
संगठनात्मक कणों के बीच प्रबल अन्तःआण्विक बल की उपस्थिति के कारण ठोस कठोर होते हैं।
प्रश्न 2.
ठोस का आयतन निश्चित क्यों होता है ?
उत्तर
संरचनात्मक कणों के स्थिर होने के कारण ठोस कठोर होते हैं। इस कारण इनका आयतन . निश्चित होता है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित को अक्रिस्टलीय तथा क्रिस्टलीय ठोसों में वर्गीकृत कीजिये –
पॉलियूरिथेन, नैफ्थेलीन, बेन्जोइक अम्ल, टेफ्लॉन, पोटैशियम नाइट्रेट, सेलोफेन, पॉलीविनाइल क्लोराइड, रेशकॉच, ताँबा।
उत्तर
अक्रिस्टलीय ठोस – पॉलियूरिथेन, टेफ्लॉन, सेलोफेन, पॉलिविनाइल क्लोराइड।
क्रिस्टलीय ठोस – बेन्जोइक अम्ल, पोटैशियम नाइट्रेट, कॉपर।
प्रश्न 4.
काँच को अतिशीतित द्रव क्यों माना जाता है ?
उत्तर
द्रव के समान काँच की प्रवृत्ति भी बहने की होती है, परन्तु बहुत धीमी, इसलिये इसे अतिशीतित द्रव कहते हैं।
प्रश्न 5.
एक ठोस के अपवर्तनांक का सभी दिशाओं में समान मान प्रेक्षित होता है। इस ठोस की प्रकृति पर टिप्पणी कीजिए। क्या यह विचलन गुण प्रदर्शित करेगा?
उत्तर
ठोस अक्रिस्टलीय होते हैं, क्योंकि अक्रिस्टलीय ठोस आइसोट्रोपिक प्रकृति के होते हैं। नहीं, ये विदलन गुण नहीं प्रदर्शित करते हैं।
प्रश्न 6.
उपस्थित अंतरा-आण्विक बलों की प्रकृति के आधार पर निम्नलिखित ठोसों को विभिन्न संवर्गों में वगीकृत कीजिए- पोटैशियम सल्फेट, टिन, बेन्जीन, यूरिया, अमोनिया, जल, जिंक सल्फाइड, ग्रेफाइट, रूबिडियम, ऑर्गन, सिलिकन कार्बाइड।
उत्तर
पोटैशियम सल्फेट- आयनिक, टिन-धात्विक, बेंजीन आण्विक (अध्रुवीय) यूरिया-आण्विक (ध्रुवीय), अमोनिया-आण्विक (H-बंधित), पानी-आण्विक (H-बंधित), जिंक सल्फेट-आयनिक, ग्रेफाइटसहसंयोजी या नेटवर्क, रूबिडियम-धात्विक, आर्गन-आण्विक (अध्रुवीय), सिलिकन कार्बाइड – सहसंयोजी या नेटवर्क।
प्रश्न 7.
ठोस A, अत्यधिक कठोर तथा ठोस एवं गलित दोनों अवस्थाओं में विद्युत्रोधी है और अत्यंत उच्च ताप पर पिघलता है। यह किस प्रकार का ठोस है ?
उत्तर –
सहसंयोजी ठोस।
ठोस अवस्था NCERT पाठ्यनिहित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
ठोस कठोर क्यों होते हैं ?
उत्तर
संगठनात्मक कणों के बीच प्रबल अन्तःआण्विक बल की उपस्थिति के कारण ठोस कठोर होते हैं।
प्रश्न 2.
ठोस का आयतन निश्चित क्यों होता है ?
उत्तर
संरचनात्मक कणों के स्थिर होने के कारण ठोस कठोर होते हैं। इस कारण इनका आयतन . निश्चित होता है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित को अक्रिस्टलीय तथा क्रिस्टलीय ठोसों में वर्गीकृत कीजिये –
पॉलियूरिथेन, नैफ्थेलीन, बेन्जोइक अम्ल, टेफ्लॉन, पोटैशियम नाइट्रेट, सेलोफेन, पॉलीविनाइल क्लोराइड, रेशकॉच, ताँबा।
उत्तर
अक्रिस्टलीय ठोस – पॉलियूरिथेन, टेफ्लॉन, सेलोफेन, पॉलिविनाइल क्लोराइड।
क्रिस्टलीय ठोस – बेन्जोइक अम्ल, पोटैशियम नाइट्रेट, कॉपर।
प्रश्न 4.
काँच को अतिशीतित द्रव क्यों माना जाता है ?
उत्तर
द्रव के समान काँच की प्रवृत्ति भी बहने की होती है, परन्तु बहुत धीमी, इसलिये इसे अतिशीतित द्रव कहते हैं।
प्रश्न 5.
एक ठोस के अपवर्तनांक का सभी दिशाओं में समान मान प्रेक्षित होता है। इस ठोस की प्रकृति पर टिप्पणी कीजिए। क्या यह विचलन गुण प्रदर्शित करेगा?
उत्तर
ठोस अक्रिस्टलीय होते हैं, क्योंकि अक्रिस्टलीय ठोस आइसोट्रोपिक प्रकृति के होते हैं। नहीं, ये विदलन गुण नहीं प्रदर्शित करते हैं।
प्रश्न 6.
उपस्थित अंतरा-आण्विक बलों की प्रकृति के आधार पर निम्नलिखित ठोसों को विभिन्न संवर्गों में वगीकृत कीजिए- पोटैशियम सल्फेट, टिन, बेन्जीन, यूरिया, अमोनिया, जल, जिंक सल्फाइड, ग्रेफाइट, रूबिडियम, ऑर्गन, सिलिकन कार्बाइड।
उत्तर
पोटैशियम सल्फेट- आयनिक, टिन-धात्विक, बेंजीन आण्विक (अध्रुवीय) यूरिया-आण्विक (ध्रुवीय), अमोनिया-आण्विक (H-बंधित), पानी-आण्विक (H-बंधित), जिंक सल्फेट-आयनिक, ग्रेफाइटसहसंयोजी या नेटवर्क, रूबिडियम-धात्विक, आर्गन-आण्विक (अध्रुवीय), सिलिकन कार्बाइड – सहसंयोजी या नेटवर्क।
प्रश्न 7.
ठोस A, अत्यधिक कठोर तथा ठोस एवं गलित दोनों अवस्थाओं में विद्युत्रोधी है और अत्यंत उच्च ताप पर पिघलता है। यह किस प्रकार का ठोस है ?
उत्तर –
सहसंयोजी ठोस।
प्रश्न 8.
आयनिक ठोस गलित अवस्था में विद्युत् चालक होते हैं परन्तु ठोस अवस्था में नहीं। व्याख्या कीजिये।
उत्तर –
ठोस अवस्था में आयन स्वतंत्र नहीं होते, अत: आयनिक ठोस अच्छे चालक नहीं होते हैं। जबकि गलित अवस्था में आयन मुक्त रहते हैं अत: विद्युत् धारा प्रवाहित होती है या विद्युत् के चालक होते हैं।
प्रश्न 9.
किस प्रकार के ठोस विद्युत् चालक, आघातवर्ध्य और तन्य होते हैं ?
उत्तर
धात्विक ठोस, विद्युत् के चालक उनमें उपस्थित मुक्त इलेक्ट्रॉनों के कारण होते हैं।
प्रश्न 10.
जालक बिन्दु के महत्व दीजिए।
उत्तर
प्रत्येक जालक बिन्दु ठोस का एक संघटनात्मक कण होता है। ये रचनात्मक कण एक परमाणु एक अणु (परमाणुओं का समूह) या एक आयन होता है।
Class 12th 2020 की OT हैं। जिन्हें आप देख सकते हैं?
Q.15: सही जोड़ी बनाइए :
‘अ’ | ‘ब’ | ||
1. | शॉटकी दोष | (a) | ZnS |
2. | फ्रेंकल दोष | (b) | Nacl |
3. | अनुचुम्बकत्व | (c) | O2 |
4. | जिंक ब्लैण्ड | (d) | Cu2O |
5. | क्यूप्राईट | (e) | AgCl |
(f) | |||
उत्तर- 1(b), 2(e), 3(c) 4(a) 5(d) |
Q.16: सत्य / असत्य लिखिए :
(अ) समूह 16 के तत्व हैलोजन कहलाते हैं ।
(ब) एक हैलोजन परमाणु दूसरे हैलोजन के साथ जुडकर अन्तरा हैलोजन यौगिक बनाता है ।
(स) ऐथिल एमीन जल में विलेय है जबकि एनिलीन नहीं ।
(द) एथिलीन ग्लाइकोल और टेरेफ्थैलिक अम्ल की क्रिया से टेरेलीन बनता है
(इ) स्टार्च कृत्रिम बहुलक है ।
Answer:
(अ) समूह 16 के तत्व हैलोजन कहलाते हैं । असत्य
(ब) एक हैलोजन परमाणु दूसरे हैलोजन के साथ जुडकर अन्तरा हैलोजन यौगिक बनाता है| सत्य
(स) ऐथिल एमीन जल में विलेय है जबकि एनिलीन नहीं । सत्य
(द) एथिलीन ग्लाइकोल और टेरेफ्थैलिक अम्ल की क्रिया से टेरेलीन बनता है| सत्य
(इ) स्टार्च कृत्रिम बहुलक है । असत्य
Q.17: मोल प्रभाज (अंश) को समझाइये ।
Answer:
मोल प्रभाज (Mole fraction):-
विलयन में किसी घटक के मोलो की संख्या तथा विलयन में उपस्थित कुल मोलो की संख्या के अनुपात को उस घटक के मोल अंश या मोल भिन्न या मोल प्रभाज कहते है।
इसे X द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
माना किसी मिश्रण में एक पदार्थ के मोल A है तथा इस मिश्रण में कुल मोल T है तो परिभाषा के अनुसार मोल अंश को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाता है –
X = A/T
कभी कभी मिश्रण या विलयन के कुल मोल ज्ञात करने के लिए सभी अलग अलग पदार्थों के मोल का योग किया जाता है जिससे मिलकर वह मिश्रण बना हुआ है।
विलेय का मोल अंश = विलेय के मोल/विलयन का कुल मोल
विलायक का मोल अंश = विलायक के मोल/विलयन के कुल मोल
यहाँ याद रखे की विलयन के कुल मोल का मान विलेय तथा विलायक के मोलों का योग करके प्राप्त होती है।
विलेय के मोल अंश + विलायक के मोल अंश = 1
किसी विलयन का मिश्रण में उपस्थित सभी पदार्थों के मोल अंश का योग का मान 1 के बराबर होता है।
माना एक विलयन में दो घटक A तथा B उपस्थित है , इसके मोलो की संख्या क्रमशः na व nb है। तथा मोल अंश क्रमशः xaव xb है।
घटक A के मोल अंश xa = na / na + nb
Q.18: मोलरता को परिभाषित कीजिये ।
Answer:
मोलरता |
मोलरता एक लिटर विलयन में किसी पदार्थ के विलेय में मोलो की संख्या मोलरता कहलाती हैं। |
मोलरता विलयन के आयतन से संबंधित होती है |
मोलरता ताप से परिवर्तित हो जाती है |
मोलरता कि ईकाई मोल/ली होती है |